हरियाणाः रेप की वारदात में 18 प्रतिशत की गिरावट

 

चंडीगढ़। हरियाणा में 2020 के प्रथम 6 माह में महिलाओं के खिलाफ होने वाली अपराध की घटनाओं में 2019 की इसी अवधि की तुलना में 20.46 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। जहां बलात्कार के मामलों में 18.18 प्रतिशत की कमी देखी गई, वहीं अपहरण की घटनाएं भी 27.41 प्रतिशत तक कम हुई।

Haryana: 18 percent drop in rape incidents

इस साल जनवरी से जून तक महिलाओं के खिलाफ अपराध को सुलझाने की दर भी हाई रही है।

पुलिस द्वारा दुष्कर्म के करीब 99 प्रतिशत मामलों को, अपहरण के 85.33 प्रतिशत तथा छेड़छाड़ के 96.63 प्रतिशत मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया गया है।

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज यादव ने बताया कि जनवरी से जून 2020 के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराध में गिरावट दर्ज की गई है। इस साल दुष्कर्म, महिला उत्पीडन, अपहरण, छेडछाड, आदि से संबंधित कुल 4893 मामलों दर्ज हुए जो वर्ष 2019 की इसी अवधि में दर्ज 6153 मामलों की तुलना में 1259 कम रहे।

डीजीपी ने कहा कि हालांकि, पिछले छह महीनों में ओवरऑल क्राइम रेट में गिरावट देखी गई, महिला अपराध में भी हमने अच्छा काम किया है। इस साल 30 जून तक रेप के 657 केस दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल इसी समय में यह आंकड़ा 18.18 प्रतिशत ज्यादा यानी 803 था।

पोक्सो एक्ट के तहत पंजीकृत मामले भी 850 से कम होकर 11.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 756 रह गए।

इस अवधि के दौरान, महिलाओं के अपहरण की घटनाओं में भी 27.41 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।

2019 मंे जहां अपहरण के 1587 मामले दर्ज हुए थे वही इस साल 1152 मामले पंजीकृत हुए।

इसी प्रकार, महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की वारदातें भी साल 2019 के 1226 से घटकर 2020 में 1128 रह गई, जोकि 7.99 प्रतिशत कम है।
भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए के तहत महिलाओं के साथ क्रूरता के मामलों में भी 552 की कमी आई। इसके तहत, 2019 में दर्ज 2140 मामले इस साल 25.79 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1588 दर्ज हुए।

यादव ने कहा कि 2020 के प्रथम 6 माह के दौरान पुलिस बल द्वारा तेज की गई गश्त व निगरानी से समग्र अपराध के ग्राफ में गिरावट आई है।
हाल ही की गई नई पहल, पुलिस की प्रभावी उपस्थिति, कोविड-19 लॉकडाउन के कारण आवाजाही के प्रतिबंध ने भी महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध दर में कमी लाने में योगदान दिया।

उन्होंने कहा कि हम राज्य में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी संचालित निवारक उपायों को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि अपराध ग्राफ के गिरने की यह प्रवृत्ति 2020 की शेष अवधि में भी जारी रहेगी।

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